देश के कई राज्यों में पराली के जलाने से उत्पन्न हुए धुंए से वायु प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है और कई दिनों तक कुंहासा ही छाया रहता है। कुछ जगहों पर धान को जमीन से सटाकर काटते हैं ताकि धान के पौधे का अवशेष कम से कम बचे, और धान के पौधे को पुवाल के रूप में इस्तेमाल करते हैं जो जानवरों के चारा में काम आता है।
0 comments: