IIMC Orientation 2022 : 2nd Day - The Global March of Indian Languages भारतीय भाषाओं की वैश्विक यात्रा



22 November 2022 |Second Day | First Session Topic : The Global March of Indian Languages भारतीय भाषाओं की वैश्विक यात्रा



First Sepeaker

Ms. Priyanka Om, Author, Tanzania


भारतीय भाषाओं की वैश्विक यात्रा विषय पर तन्जानिया से ऑनलाइन कार्यक्रम में जुड़ी "वो अजीब लड़की" और "मुझे तुम्हारे जाने से नफरत है" की लेखिका प्रियंका ओम ने कहा हिंदी भाषा का विस्तार विश्व में हुआ है भारत सहित पड़ोस के कई देश पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, अफगनिस्तान में भी ज्यादातर लोग हिंदी बोलते हैं। विश्व में लगभग 70 करोड़ से अधिक लोग हिंदी बोल रहे हैं। 2014 के बाद से हिंदी का विस्तार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदी का मान विश्व में बढ़ाया है। मोदी जी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिंदी भाषा में भाषण दिया था। प्रियंका ओम ने प्रधानमंत्री के कथन का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी जी ने अपने भाषण में कहा था कि अगर मैं हिंदी नहीं बोल पाता तो मेरा क्या होता। प्रियंका ने विदेशों में गुजराती भाषा के प्रति लोगों के सम्मान का जिक्र किया कि लोग सुबह का नमस्कार गुजराती में बोलते हैं। 


Second Speaker:

Prof. Kumud Sharma, Department of Hindi, University of Delhi


प्रो कुमुद शर्मा ने हिंदी और भारतीय भाषाओं का जिक्र करते हुए गणेश दास के भाषा को लेकर किये गए सर्वे के बारे में बताया कि विश्व का सबसे बड़ा भाषा को लेकर किया गया सर्वे था जिसमें 27 राज्यों में 3 हजार लोगों के साथ 780 भाषाओं का सर्वे किया जिसमें यह निष्कर्ष निकला कि लगभग 400 भाषाएँ विलुप्त हो सकती हैं, लेकिन हिंदी, बांग्ला, पंजाबी जैसी कुछ भाषाओं पर अंग्रेजी का कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। विश्व में अनेक स्थानों पर पहुँचने वाले भारतीय अपने स्थानीय भाषाओं, संस्कृतियों को आदान प्रदान करते हैं। प्रो. शर्मा ने Technoculture का जिक्र करते हुए कहा OTT प्लेटफॉर्म सहित अन्य उद्योगों में भारतीय भाषाओं का इस्तेमाल धीरे धीरे बढ़ रहा है। 


Third Speaker :

Shri Anil Kumar Sharma, Vice Chairman, Kendirya Hindi Sansthan


भारतीय भाषाओं की विश्व यात्रा के संदर्भ में चर्चा होना गौरव की बात है। हमें अपने डायस्पोरा को समझने को आवश्यकता है। जब 1834 के बाद भारतीयों को विदेश में ले जाया गया वहाँ उन्होंने अपनी संस्कृति सभ्यता का प्रसार किया, इसके लिए उन्हें संघर्ष भी करना पड़ा। श्री अनिल कुमार शर्मा ने भारत के विभिन्न भाषाओं के डायस्पोरा का जिक्र किया। उन्होंने कहा गुजराती डायस्पोरा विश्व में सबसे सशक्त डायस्पोरा है। पंजाबी डायस्पोरा के लोग हिंदी डायस्पोरा में आसानी से शामिल हो जाते हैं। बाली में आयोजित जी 20 सम्मेलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा इंडोनेशिया में भारतीय संस्कृति का बहुत समावेश है हिंदू सभ्यता का केंद्र भी वहाँ है कुछ भारतीय देवी देवताओं की पूजा भी की जाती है। श्री शर्मा ने विदेशों में हिंदी गानों और फिल्मों की लोकप्रियता के बारे में बताया किस तरह वहाँ हिंदी गानों को लेकर लोगों में क्रेज है वे लोग कुछ घंटों का कार्यक्रम हिंदी गीतों के लिए आयोजित करते हैं। 


Fourth Speaker:

Prof. Rajneesh Shukla, VC, MGAHV, Wardha 


महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ला ने अपने वक्तव्य में भाषाओं के सांस्कृतिक प्रभाव के बारे में बताया, उन्होंने कहा कि भारतीय भाषाओं के वर्चस्व को तोड़ा जा रहा है साथ ही भारतीय लोगों के प्रवास के साथ-साथ दुनिया भर में फैल रही भारतीय भाषाओं का जिक्र किया। प्रो. शुक्ला ने हिंदी और भारतीय भाषाओं को अंतर्राष्ट्रीय बनाने के मार्ग पर भी जोर दिया और उक्त विषय पर गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान की। 


Second Session


Topic : Building Brands in Digital Age


First Speaker 

Mr Debanjan Chakraborty, Vice President -Digital Advisory, Edelman


छात्रों के समक्ष अपना अनुभव साझा करते हुए श्री देबंजन चक्रवर्ती ने मीडिया के क्षेत्र में अपने करियर का वर्णन किया।  उन्होंने आगे IIMC के बारे में एक ब्रांड और ब्रांडों के सामाजिक पहलुओं के बारे में बात की, उन्होंने फीड फर्स्ट मार्केट में ब्रांड्स के बारे में और ब्रांड्स के साथ लोगों के Emotions के महत्व को कैसे जोड़ा जाय इसका जिक्र किया। श्री देबंजन ने Fluencers के बारे में बात की और बताया कि वे उपभोक्ता के व्यवहार को कैसे परिवर्तित कर सकते हैं।


Second Speaker

Shri K. Satish Nambudiripad, ADG, CBC, Government of India


श्री के. सतीश नंबूदिरीपाद ने सरकार के साथ ब्रांड निर्माण पर जोर दिया और सामग्री की मांग पर उपलब्धता और लोगों के जीवन में प्रौद्योगिकी के उदय के बारे में बात की। उन्होंने कहा अब डिजिटल क्रांति ने जीवन के हर पहलू में पारंपरिक माध्यमों पर कब्जा कर लिया जिसमें मीडिया की भूमिका अहम है। ई-पेपर और सोशल मीडिया ने प्रमुख रूप से प्रभावित किया है। भारत जैसे देश में जहां लोगों के लिए अलग-अलग जरूरतों और माध्यमों को देखने से फायदा हो सकता है। बहुत से लोग अभी भी न्यू मीडिया से नहीं जुड़े हैं और पारंपरिक माध्यम पर बहुत अधिक निर्भर हैं।


Third speaker

Ms. Manisha Kapoor, CEO, ASCI


मनीषा कपूर ने अपने वक्तव्य में विज्ञापन की व्यापक और दोहराव वाली प्रकृति और उसकी शक्ति के बारे में चर्चा की।  उन्होंने ब्रांड द्वारा अपनाई जाने वाली Dark Pattern की कुछ प्रथाओं का जिक्र किया और यह भी बताया कि ब्रांड को इसका पालन करना चाहिए। और अंत में डॉ. पवन कोंडल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ दूसरे सत्र का समापन हुआ।



Last Session

Topic : Managing Reputation 

through Public Relations


First Speaker : 

Dr. Ajit Pathak, President, PRSI


डॉ. पाठक ने अपने भाषण की शुरुआत जनसंपर्क की मूल बातों को साझा करते हुए किया। छवि और जनसंपर्क पर बात करते हुए उन्होंने विभिन्न परिभाषाओं से रूबरू कराया और लक्षित दर्शकों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा हमें कार्य करते हुए यह ध्यान रखना चाहिए।


Second Speaker :

Shri Kalyan Ranjan, Associate Vice President PR, Hindustan CocaCola

कल्याण रंजन ने कॉर्पोरेट प्रतिष्ठा के बारे में बात की, उन्होंने कहा किसी कंपनी की प्रतिष्ठा कम्पनी से जुड़े लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। श्री रंजन ने समय का सदुपयोग करने का सुझाव दिया। अंत में उन्होंने कहा संदेश माध्यम से अधिक महत्वपूर्ण है इसलिए पीआर के समक्ष चुनौतियाँ हैं जिसे हमें जिम्मेदारी से निभाना चाहिए। 


Third Speaker :

Sh. Harshendra Singh Verdhan, Sr. Manager, Publicity and PR, IFFCO


भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व छात्र वर्धन ने अपने वक्तव्य में खुद को स्थापित होने सलाह दी।  उनके मुताबिक PR प्रोफेशनल्स को 24×7 काम करने के लिए तैयार रहना होता है पहले यह पत्रकारिता के पेशे में था लेकिन अब यह PR में भी है। उन्होंने कहा हमेशा ऐसा Content बनाएं जो आपके ग्राहकों को जोड़े रखे। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को Social media अकाउंट पर active रहने की सलाह भी दी। 


Fourth Speaker :

Shri Umesh Upadhyay, Senior Journalist and President & Media Director, Reliance


श्री उमेश उपाध्याय ने छवि के महत्व को बताते हुए अपने भाषण की शुरुआत की।  उन्होंने कहा कि अब कोई भी खबर लोकल नहीं होती। एक्टिव Comunicator बनें। वर्तमान समय में सदैव सजग रहने की आवश्यकता है। उन्होंने सम्बन्ध बनाने पर जोर दिया। 

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