पत्रकारों में घुमंतू जनजाति और समाजसेवा से संबंधित खबरों को लेकर इतनी संवेदनहीनता क्यों?सवाल पर पद्म श्री से सम्मानित वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता श्री गिरीश वाई. प्रभुने का जवाब..


Friday Dialogue IIMC Delhi | विषय : भारत की घुमंतू जनजातियां| 10 Feb 2023 | Speaker : श्री गिरीश वाई. प्रभुने (पद्म श्री से सम्मानित वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता) 

सचिन समर : 

"पत्रकारों को समाजसेवा जैसी भावना लाने के लिए क्या करना चाहिए वैसे हिंदी भाषी पत्रकार संवेदनशील तो होते हैं। किंतु कहा जाता है अंग्रेजी पत्रकारों में संवेदनशीलता कम देखने को मिलती है। पत्रकारों में समाजसेवा और घुमंतू जनजाति से संबंधित समाचारों या खबरों को लेकर इतनी संवेदनहीनता क्यों रहती है? कृपया इस पर प्रकाश डालें।" 

जवाब : वीडियो देखें -


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